बाबा को लकवा मारा,बच्चा कलश कांवड़ लेकर निकला:15 किमी चल रहा,70 किमी की दूरी,बोला- भोलेनाथ जल्दी ठीक करे...TV Newsकल तक

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Reporter Kadeem Rajput TV Newsकल तक

July 18, 2025

बाबा को लकवा मारा,बच्चा कलश कांवड़ लेकर निकला:15 किमी चल रहा,70 किमी की दूरी,बोला- भोलेनाथ जल्दी ठीक करे...TV Newsकल तक

सावन माह की कांवड़ यात्रा में एक भावुक कर देने वाली कहानी सामने आई है दीपांशु ने बात करते हुए कहा कि उनके अम्मा- बाबा की तबीयत खराब है।

बाबा को लकवा मार गया है। । कक्षा 6 का छात्र दीपांशु अपनी उम्र के बराबर 11 लीटर गंगाजल लेकर अनूपशहर से चला है। वह अपने बाबा के स्वास्थ्य लाभ के लिए भगवान शिव से प्रार्थना करेंगे।

यह दूरी 70 किलोमीटर है। दीपांशु अनूपशहर के गंगा घाट से कलश कांवड़ लेकर अपने गांव जहांगीरपुर जा रहा है। वह रोज 15 किलोमीटर की यात्रा कर रहा है।

इस जत्थे में सभी 10 से 14 वर्ष के बच्चे हैं। उसके साथ 40 कांवड़ियों का जत्था है। अनूपशहर में सावन माह की कांवड़ यात्रा के दौरान एक प्रेरणादायक कहानी सामने आई है।

वह अपने गांव तक 70 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। ककोड़ के 9 वर्षीय मयंक ने अनूपशहर गंगा घाट से कलश कांवड़ ली है। मयंक प्रतिदिन 15 किलोमीटर चलकर शिवरात्रि पर अपने कस्बा ककोड़ के शिवालय में जल चढ़ाएंगे।

उनके साथ अन्य बच्चे भी हैं। कक्षा 4 में पढ़ने वाले मयंक ने बताया कि वह अपने गांव और परिवार की खुशहाली के लिए यह कांवड़ यात्रा कर रहे हैं। इनमें 14 वर्षीय कमल, यश, अमन और प्रिंस शामिल हैं।

14 वर्षीय अमन ने कहा कि वे सभी बच्चे भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए अनूपशहर से कांवड़ लेकर निकले हैं। साथ ही 12 वर्षीय कृष भी इस यात्रा में शामिल है।

उनका मानना है कि भोले बाबा की कृपा से उनके परिवार और गांव में खुशहाली बनी रहेगी। प्रदीप,मोहित,कृष्ण और उपेंद्र नाम के चार चचेरे-तहेरे भाई मिलकर 81 लीटर गंगाजल को शिवालय तक ले जा रहे हैं।

सावन माह में कांवड़ यात्रा के दौरान अनूपशहर में एक अनूठी कहानी सामने आई है। अनूपशहर के गंगा घाट से इन कांवड़ियों को अपने गांव के शिवालय तक करीब 100 किलोमीटर की यात्रा तय करनी है।

कांवड़ में भारी मात्रा में जल होने के कारण दो-दो लोग मिलकर कलश को ले जा रहे हैं। उनका गांव नोएडा क्षेत्र में स्थित है।

Published on July 18, 2025 by Reporter Kadeem Rajput TV Newsकल तक
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