टाइगर हिल पर तिरंगा फहराने वाले वीर:कारगिल युद्ध,बने सबसे युवा परमवीर चक्र विजेता,योगेंद्र सिंह यादव ने 16 गोलियां खाकर भी नहीं मानी हार...TV Newsकल तक

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Reporter Kadeem Rajput TV Newsकल तक

July 26, 2025

टाइगर हिल पर तिरंगा फहराने वाले वीर:कारगिल युद्ध,बने सबसे युवा परमवीर चक्र विजेता,योगेंद्र सिंह यादव ने 16 गोलियां खाकर भी नहीं मानी हार...TV Newsकल तक

कारगिल युद्ध के दौरान अपनी अदम्य वीरता का परिचय देने वाले कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव की कहानी हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है। महज 19 वर्ष की आयु में उन्होंने दुश्मन के कब्जे से टाइगर हिल को मुक्त कराने का बीड़ा उठाया था। 1999 में भारत-पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना ने ऊंची पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया था। इनमें 16,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित टाइगर हिल एक महत्वपूर्ण चोटी थी। इस रणनीतिक स्थान से दुश्मन भारतीय सेना पर नजर रख सकता था। इस प्लाटून में ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव भी शामिल थे। 3-4 जुलाई 1999 की रात को 18 ग्रेनेडियर्स की घातक प्लाटून को टाइगर हिल पर तीन दुश्मन बंकरों पर कब्जा करने का जिम्मा सौंपा गया। मिशन के दौरान योगेंद्र के शरीर में 16 गोलियां लगीं। अपने सभी साथियों को खोने के बाद भी उन्होंने अपने अदम्य साहस और वीरता से टाइगर हिल पर तिरंगा फहराया। खून से लथपथ होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। इस असाधारण वीरता के लिए योगेंद्र सिंह यादव को भारत के सर्वोच्च सैन्य सम्मान परमवीर चक्र से नवाजा गया। वे भारत के सबसे युवा परमवीर चक्र विजेता बने और जीवित रहते हुए यह सम्मान पाने वाले पहले सैनिक हैं। महज 16 वर्ष 5 महीने की उम्र में योगेंद्र ने भारतीय सेना में भर्ती के लिए आवेदन किया था और 18 ग्रेनेडियर्स में शामिल हो गए थे। उनकी कड़ी मेहनत और लगन ने उन्हें जल्द ही एक जांबाज सैनिक बना दिया। आज कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। योगेंद्र का जन्म 10 मई 1980 को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के सिकंदराबाद तहसील क्षेत्र के औरंगाबाद अहिर गांव में हुआ था। 16 गोलियां खाने के बावजूद वे आज अपने पैरों पर खड़े हैं और देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं। उनके पिता करण सिंह यादव भारतीय सेना में कुमाऊं रेजिमेंट के सैनिक थे और 1965 व 1971 के भारत-पाक जंग में हिस्सा ले चुके थे। उनके बड़े भाई जितेंद्र सिंह यादव भी भारतीय सेना में आर्टिलरी रेजिमेंट में सेवा दे रहे थे।

Published on July 26, 2025 by Reporter Kadeem Rajput TV Newsकल तक
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