दो भाई मां को कंधे पर बैठाकर तीर्थयात्रा पर निकले:पहले भी कराई चार धाम यात्रा,345 किमी की पैदल यात्रा 23 दिन में होगी पूरी...TV Newsकल तक

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Reporter kadeem Rajput TV Newsकल तक

October 22, 2025

दो भाई मां को कंधे पर बैठाकर तीर्थयात्रा पर निकले:पहले भी कराई चार धाम यात्रा,345 किमी की पैदल यात्रा 23 दिन में होगी पूरी...TV Newsकल तक

बदायूं जिले के नूरपुर गांव के दो सगे भाई, 19 वर्षीय तेजपाल और 24 वर्षीय धीरज, अपनी 50 वर्षीय मां राजेश्वरी को कंधे पर बैठाकर तीर्थयात्रा पर निकले हैं। वे अपनी मां को लकड़ी की कुर्सी पर बैठाकर बांस के सहारे कंधे पर लेकर चल रहे हैं। यह यात्रा उनके गांव से दिल्ली स्थित कात्यायनी मंदिर तक 345 किलोमीटर लंबी है, जो 15 अक्टूबर को शुरू हुई और 6 नवंबर को समाप्त होने की उम्मीद है। दैनिक भास्कर से बातचीत में छोटे बेटे तेजपाल ने बताया कि दोनों भाई प्रतिदिन लगभग 15 किलोमीटर पैदल चलते हैं। दिल्ली के कात्यायनी मंदिर पहुंचने के बाद, वे 7 नवंबर को बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के साथ एक और पैदल यात्रा में शामिल होंगे। यह यात्रा 7 नवंबर को कात्यायनी मंदिर से शुरू होकर 16 नवंबर को वृंदावन में समाप्त होगी, जिसमें वे अपनी मां को कंधे पर बैठाकर ले जाएंगे। यह पहली बार नहीं है जब भाइयों ने अपनी मां को तीर्थयात्रा कराई है। इससे पहले वे अपनी मां को कंधे पर बैठाकर चार धाम (केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री) और अयोध्या के राम मंदिर की यात्रा भी करा चुके हैं। उनके पिता का निधन 2013 में हो गया था। वह यात्रा 18 फरवरी 2024 को शुरू हुई थी और सितंबर 2024 में, लगभग साढ़े छह महीने बाद, पूरी हुई थी। तेजपाल खेती करते हैं, जबकि धीरज ई-रिक्शा चलाते हैं। छोटे बेटे तेजपाल ने बताया कि इस यात्रा के माध्यम से वे समाज के युवाओं को यह संदेश देना चाहते हैं कि बुढ़ापे में अपने माता-पिता को अकेला न छोड़ें या वृद्धाश्रम में न भेजें। उन्होंने कहा कि जिन माता-पिता ने आपको जन्म दिया है, उनकी यथासंभव सेवा करें। उन्होंने समाज को संदेश देते हुए कहा कि बच्चों को अपने माता-पिता की सेवा करनी चाहिए और उन्हें अकेला नहीं छोड़ना चाहिए, न ही वृद्धाश्रम में भेजना चाहिए। राजेश्वरी देवी ने अनूपशहर मे दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत में बताया कि उन्हें यह अनुभव बहुत अच्छा लगता है। उन्होंने आधुनिक युग में माता-पिता को वृद्धाश्रम छोड़ने की प्रवृत्ति पर दुख व्यक्त किया, लेकिन साथ ही अपने बेटों द्वारा मिल रहे इस प्रेम और सेवा पर संतोष जताया।

Published on October 22, 2025 by Reporter kadeem Rajput TV Newsकल तक
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