बुलंदशहर में AQI 350 पार:प्रदूषण खतरनाक स्तर पर, राहत के उपाय सिर्फ कागजों में...TV Newsकल तक

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Repoter Kadeem Rajput TV Newsकल तक

November 14, 2025

बुलंदशहर में AQI 350 पार:प्रदूषण खतरनाक स्तर पर, राहत के उपाय सिर्फ कागजों में...TV Newsकल तक

बुलंदशहर में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक बना हुआ है। पिछले एक सप्ताह से जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार दर्ज किया जा रहा है। गुरुवार को यह 320 और शुक्रवार को 350 के पार पहुंच गया, जिससे हवा में घुले प्रदूषक कण लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहे हैं। सुबह से ही शहर के कई इलाकों में घनी धुंध और धूल की परत छाई रही। इससे दृश्यता कम हो गई और सूरज की रोशनी भी फीकी पड़ गई। दिल्ली रोड, अनूपशहर रोड, खुर्जा रोड और कचहरी क्षेत्र जैसे प्रमुख मार्गों पर दिनभर धुंध का असर देखा गया। इस प्रदूषण का सबसे अधिक असर बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन संबंधी बीमारियों से ग्रस्त लोगों पर पड़ रहा है। कई निवासियों ने आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में परेशानी की शिकायत की है। राधा नगर निवासी अमित कुमार ने बताया कि हर सुबह घरों की बालकनियों पर धूल की मोटी परत जम जाती है। उन्होंने प्रशासन पर केवल बैठकें करने और जमीनी स्तर पर कोई कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। शहर में प्रदूषण बढ़ने का एक प्रमुख कारण नियमों की अनदेखी है। निर्माण सामग्री जैसे बालू, बजरी और सीमेंट खुले में सड़कों के किनारे पड़े हैं, जिससे लगातार धूल उड़ रही है। नगर पालिका सहित कई सरकारी विभागों द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्य भी धूल के बड़े स्रोत हैं। इसके अतिरिक्त, कई क्षेत्रों में कूड़ा जलाने और वाहनों से होने वाले उत्सर्जन ने भी स्थिति को गंभीर बना दिया है। प्रदूषण कम करने के लिए जिला प्रशासन ने कई बैठकें की हैं, लेकिन उनका परिणाम शून्य रहा है। नगर पालिका और प्रदूषण नियंत्रण विभाग के निर्देशों के बावजूद, इन मुद्दों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। सड़क किनारे पानी का छिड़काव, निर्माण स्थलों पर नेट लगाना और वाहनों की जांच जैसी व्यवस्थाएं केवल कागजों तक ही सीमित हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि यही स्थिति बनी रही, तो आने वाले दिनों में हालात और खराब हो सकते हैं।

Published on November 14, 2025 by Repoter Kadeem Rajput TV Newsकल तक
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