जम्मू-कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में बुलंदशहर का जवान शहीद:आज लाया जाएगा पार्थिव शरीर,जेसीओ पैरा कमांडो प्रभात गौड़ को गोली लगी थी...TV Newsकल तक

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Reporter Kadeem Rajput TV Newsकल तक

September 09, 2025

जम्मू-कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में बुलंदशहर का जवान शहीद:आज लाया जाएगा पार्थिव शरीर,जेसीओ पैरा कमांडो प्रभात गौड़ को गोली लगी थी...TV Newsकल तक

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में सेना के जेसीओ पैरा कमांडो प्रभात गौड़ (46) शहीद हो गए। शहीद होने की खबर मिलते ही परिवार और गांव में कोहराम मच गया। पत्नी मनोरमा पति के शहीद होने की खबर मिले ही बेहोश हो गईं। मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर बुलंदशहर के पैतृक गांव पहुंचने की संभावना है। यहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। परिजन बोले-फोन पर सूचना मिली की सोमवार सुबह आतंकियों से मुठभेड़ में उन्हें गोली लग गई थी।

जाने क्या है पूरा मामला...

प्रभात गौड़ मूल रूप से बुलंदशहर के नरसेना थाना क्षेत्र के पाली आनंदगढ़ी गांव को रहने वाले थे। वर्तमान में इनका परिवार गाजियाबाद के राजनगर में रहता था। प्रभात तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। बड़े भाई राजुल बिजनेस करते हैं जबकि छोटे भाई अश्वनी निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। घर में पिता सत्य प्रकाश गौड़, बेटी सोनिका, बेटा खुशहाल (11) और पत्नी मनोरमा रहती हैं। बेटी ग्रेजुएशन कर रही है। बेटा भी (11)वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा है। 1998 में हुए थे भर्ती..पिता सत्य प्रकाश ने बताया कि प्रभात 1998 में सेना में भर्ती हुए थे। वर्तमान में जेसीओ पैरा कमांडो के पद पर तैनात थे। अमरगढ़ स्थित जवाहर ज्योति इंटर कॉलेज से उन्होंने पढ़ाई की थी। कल दोपहर 1:00 मुझे उसके मौत की सूचना मिली। इस समय उसकी पोस्टिंग श्रीनगर में थी। उनके दो बच्चे हैं। बड़े भाई राजुल गौड़ ने बताया कि कल दोपहर ग्राम प्रधान के फोन पर भाई के शहीद होने की सूचना मिली। उनका अंतिम संस्कार हम अपने खेत में ही करेंगे। उन्होंने घर आकर बताया। सूचना मिलने ही मातम छा गया। मेरा भाई 2 साल से श्रीनगर में थे। 27 साल से सेना में थे। जब भी घर आते थे हम साथ में बैठ कर बात करते थे। यह नहीं पता था इतनी जल्दी चला जाएगा। देश सेवा करते हुए उसने पनी जान दे दी। भतीजे हिमांशु ने बताया कि वह मेरे पिता के समान थे। बहुत हिम्मती इंसान थे। दो दिन पहले ही मेरी उनसे बात हुई थी। अपनी परेशानी किसी से शेयर नहीं करते थे। बस हाल-चाल ही हो पाया। फिर फोन कट गया। उनसे और बात नहीं हो पाई। यह तो पता था कि आतंकियों के हमले में एक कमांडर की मौत हुई थी। लेकिन फोन आने के बाद पता चला मेरे चाचा थे। उनकी मौत की खबर से परिवार बहुत दुखी है।

गांव में नहीं जले चूल्हे...

ग्रामीण ने बताया कि प्रभात गौड़ की शहादत की खबर जैसे ही गांव पहुंची, मातम पसर गया। गांव में किसी के घर चूल्हा तक नहीं जला। ग्रामीण उनके घर पहुंचने लगे। सोमवार शाम को परिजन भी पैतृक गांव आ गए।

Published on September 09, 2025 by Reporter Kadeem Rajput TV Newsकल तक
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